25-09-2025
गेल (इंडिया) लिमिटेड
गेल की एमएनजेपीएल परियोजना पूर्ण होने वाली है और 31 दिसंबर, 2025 तक उसकी कमिशनिंग हो जाएगी
गेल विजयपुर से बीपीसीएल, बीना तक स्पर लाइन बिछाने और उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में नए 20 टीपीडी सीबीजी संयंत्र के लिए निवेश को भी स्वीकृति प्रदान की गई
नई दिल्ली, 25 सितंबर, 2025 गेल (इंडिया) लिमिटेड जामनगर-लोनी एलपीजी पाइपलाइन की क्षमता का विस्तार करेगा और ~ 5,350 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर 1,107 कि.मी. लंबी एलपीजी पाइपलाइन बिछाएगा। नई पाइपलाइन पांच राज्यों गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से होकर गुजरेगी। यह परियोजना पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ती मांग को पूरा करेगी और देश के ऊर्जा बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी।
इस विस्तार से मौजूदा प्रणाली की परिवहन क्षमता में काफी वृद्धि होगी और कई क्षेत्रों में उपभोक्ताओं को ईंधन की सुरक्षित, विश्वसनीय और कुशल डिलीवरी भी सुनिश्चित होगी। पाइपलाइन के माध्यम से एलपीजी ट्रांसमिशन टैंकरों द्वारा सड़क मार्ग के माध्यम से एलपीजी परिवहन की तुलना में सुरक्षित, ऊर्जा कुशल और अधिक टिकाऊ है। इस पाइपलाइन के परिणामस्वरूप कार्बन फुटप्रिंट में भी कमी आएगी, जो देश के नेट जीरो लक्ष्यों के अनुरूप होगा।गेल ने अपने विजयपुर संयंत्र से बीना, मध्य प्रदेश में स्थित बीपीसीएल रिफाइनरी परिसर तक ~ 450 करोड़ रुपये की लागत से ~ 114 किलोमीटर प्राकृतिक गैस स्पर लाइन बिछाने को भी मंजूरी प्रदान की है, जहां रिफाइनरी की मौजूदा क्षमता का विस्तार किया जा रहा है और एक नया पेट्रोकेमिकल संयंत्र भी जोड़ा जा रहा है।
इसके अतिरिक्त, सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश में कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) संयंत्र स्थापित करने के लिए भी अनुमोदन प्रदान किया गया। प्रति दिन 20 टन सीबीजी का उत्पादन करने के लिए कृषि आधारित फीडस्टॉक का उपयोग करके प्रस्तावित सुविधा विकसित की जाएगी। यह संयंत्र प्रतिदिन 88 टन फर्मेन्टेड जैविक खाद (एफओएम) भी उत्पन्न करेगा, जिससे चक्रीय अर्थव्यवस्था और टिकाऊ कृषि को बढ़ावा मिलेगा। शून्य अपशिष्ट जल निर्वहन प्रणाली के साथ डिजाइन की गई यह परियोजना हरित ऊर्जा पहल और पर्यावरणीय स्थिरता के लिए गेल की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है।